जश्ने ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर आपको बहुत-बहुत मुबारकबाद! ईद-ए-मिलाद, जिसे मिलादुन्नबी भी कहते हैं, इस्लामिक समुदाय में प्रिय और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस खास मौके पर आप और आपके परिवार को खुशियों से भरी बधाईयां!
जश्ने ईद मिलादुन्नबी, जिसे मिलाद-उन-नबी या मौलिद नबी भी कहते हैं, इस्लामी धर्म के अनुयायियों द्वारा अपनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसे मुस्लिम समुदाय में मुहर्रम के बाद एक बार मनाया जाता है।
कृपया ध्यान दें कि मेरे पास वर्तमान में किसी तिथि की जानकारी नहीं है, क्योंकि मेरे ज्ञान का कट गया है। आप इस साल के जश्ने ईद मिलादुन्नबी की तिथि के लिए आपके नजदीकी मस्जिद या इस्लामी कैलेंडर से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
जश्ने ईद और जश्न ई मिलाद दो अलग-अलग मुस्लिम उत्सव हैं जो इस्लामिक धर्म के प्रमुख महत्वपूर्ण दिनों का प्रतीकवाद करते हैं। यह दोनों उत्सव अलग-अलग मौकों पर मनाए जाते हैं और अपने महत्व और मनाने के तरीके में भी थोड़ा अंतर हैं।
जश्ने ईद: जश्ने ईद, जिसे ईद-उल-फितर भी कहा जाता है, ईस्लामिक कैलेंडर के अनुसार रमजान महीने के बाद मनाया जाता है। यह उत्सव मुस्लिम समुदाय के लोगों को अल्लाह के लिए धन्यवाद व्यक्त करने और एक दूसरे के साथ खुशी मनाने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिद में नमाज़ पढ़ते हैं, कपड़े और खाद्य पदार्थ दान करते हैं, और खाने-पीने का आनंद लेते हैं। इसे चाँद रोज़े के बाद उद्यापन के रूप में मनाया जाता है, जब चाँद नज़र आने पर रमजान महीने की अंतिम रात को घोषित किया जाता है।
जश्ने ईद जश्न ई मिलाद कब है (When is Jashne Eid Jashne e Milad)
जश्ने ईद दो बार मनाया जाता है, एक तो ईद-उल-फितर और दूसरा ईद-उल-अजहा।
ईद-उल-फितर, जो रमज़ान के महीने के बाद मनाया जाता है, इस साल 2023 में 2 जून को मनाया जाएगा।
ईद-उल-अजहा या बकरीद उस्मानी कैलेंडर के मुताबिक दुबई में 18 जुलाई को मनाया जाएगा।
जश्न ई मिलाद, मुसलमानों के लिए प्रसिद्ध त्योहार है जो हज़रत मुहम्मद साहब के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। इसकी तारीख मुसलमान समुदाय में अलग-अलग होती है। इसलिए, इसकी तारीख स्थान और समुदाय के अनुसार भिन्न होती है।
मिलाद कैसे पढ़ी जाती है (How is Milad read)
मिलाद को अरबी भाषा में "ميلاد" लिखा जाता है और इसका उच्चारण "milād" होता है। इस शब्द का मतलब होता है "जन्म" या "जन्मदिन"।
जश्न-ए-मिलाद या मौलिद नबी के अवसर पर मुसलमान समुदाय में हज़रत मुहम्मद साहब के जन्मदिन की खुशी मनाई जाती है। यह उत्सव अधिकतर देशों में मनाया जाता है, लेकिन इसकी तारीख व समय अलग-अलग देशों या समुदायों में भिन्न होती है।
इस उत्सव को जनवरी और फरवरी में मनाने वाले मुसलमान देशों में, इसे "मौलिद नबी" या "ईद-ए-मिलाद-उन-नबी" कहा जाता है। वहीं, अन्य मुसलमान देशों में यह उत्सव दिसंबर में मनाया जाता है और इसे "जश्न-ए-ईद-ए-मिलादुन्-नबी" या सिर्फ "ईद-ए-मिलाद" कहा जाता है।
ईद ए मिलाद का महत्व क्या है (What is the importance of Eid-e-Milad)
ईद ए मिलाद, मुसलमान समुदाय में एक बड़ा उत्सव है जो हज़रत मुहम्मद साहब के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। इस दिन को मुसलमान समुदाय में बहुत ही उत्साह और जोश से मनाया जाता है।
इस उत्सव का महत्व अनेक हैं। पहले तो यह मुसलमान समुदाय के लोगों के लिए एक खुशी का अवसर होता है, जिसमें वे एक दूसरे के साथ खुशी मनाते हैं और एक दूसरे को गिफ्ट देते हैं।
दूसरे, यह एक मौका होता है अपने नबी को याद करने के लिए, उनके जीवन और शिक्षाओं को समझने के लिए, उनकी सुन्नतों और संदेशों का पालन करने के लिए।
तीसरे, यह एक मौका होता है अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ समय बिताने के लिए, उनकी खुशी में शामिल होने के लिए और समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए।
चौथे, इस उत्सव के दौरान मुसलमान समुदाय के लोग जगह-जगह पर चादर चढ़ाते हैं, मस्जिदों में जमा होते हैं और कुछ लोग खुदाई और स्वच्छता जैसे चीजों खूब मानते है.
मिलाद उन नबी पर मुसलमान क्या करते हैं (What do Muslims do on the Milad of the Prophet)
मिलाद उन नबी ईस्लाम में महत्वपूर्ण त्योहार है जो प्रति वर्ष सभी मुस्लिम समुदाय द्वारा मनाया जाता है। इस त्योहार में मुस्लिम लोग इस्लाम के प्रवर्तक, फ़र्श से पहले पैगंबर हजरत मुहम्मद (Peace be upon him) के जन्मदिन को मनाते हैं। इस त्योहार को मनाने के लिए मुस्लिम लोग अपने घरों में मेहमानों को बुलाते हैं, कुछ भोजन तैयार करते हैं और फिर इन मेहमानों के साथ प्यार बाटते है.
मुसलमान मिलाद उन नबी क्यों मनाते हैं (Why do Muslims celebrate Milad Un Nabi)
मुसलमान मिलाद उन नबी (पैगंबर) को मनाते हैं जिन्होंने इस्लाम धर्म की स्थापना की थी। मुसलमान लोग पैगंबर मोहम्मद साहब की जन्म तिथि को मनाते हैं, जिसे "ईद-ए-मिलाद" या "मौलिद नबी" के नाम से जाना जाता है। इस दिन मुसलमान लोग पैगंबर मोहम्मद साहब के जीवन पर गौर करते हैं और उनके संदेशों को याद करते हैं।
मुसलमान लोग मिलाद उन नबी का उत्सव धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन पर मस्जिदों में नमाज पढ़ी जाती है, कुछ लोग खाने-पीने का एतिक्रमण करते हैं, और कुछ लोग उन्हें याद करने के लिए कविताएँ लिखते हैं।
यह उत्सव दुनिया भर में मनाया जाता है, लेकिन भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया और नाइजीरिया जैसे मुस्लिम बहुमत वाले देशों में यह उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
सबसे पहले मिलाद किसने मनाया था (Who celebrated Milad first)
मिलाद का उत्सव सबसे पहले अलबेर्ट इब्न-अब्दुल्लाह नामक एक मुस्लिम शासक ने मनाया था। वे मध्यवर्ती अफ्रीका में 10वीं शताब्दी में शासन करते थे। उन्होंने अपने राज्य में पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन को एक उत्सव के रूप में मनाया था।
इसके बाद दुनिया भर में मुस्लिम समुदायों में मिलाद का उत्सव मनाया जाने लगा। यह उत्सव सबसे पहले इब्न-अब्दुल्लाह के कारण इबादी फिरके के लोगों द्वारा मनाया गया था, जो ओमान और अफ्रीका के अन्य कुछ भागों में मौजूद थे। इसके बाद मिलाद का उत्सव दुनिया भर में मुस्लिम समुदायों में मनाया जाने लगा है।
12 वफात का क्या मतलब होता है (12 What is the meaning of death)
12 वफात एक इस्लामी उपयोग का नाम है जो उन बारह मुबईज यानी पैगंबर मोहम्मद साहब के जीवन के 12 महत्वपूर्ण घटनाओं को संक्षेप में दर्शाता है। इन 12 घटनाओं को उनके जीवन में एक स्थान दिया जाता है और उन्हें उनके जीवन में कुछ महत्वपूर्ण दौरों के रूप में दर्शाया जाता है।
ये 12 वफात उनके जीवन के निम्नलिखित महत्वपूर्ण घटनाओं को शामिल करते हैं:
जन्म
चिल्लाह
वुदू की शुरुआत
हिज्रत
आख़िरी वुदू
बय'त-ए-अक़ाबा
फतह मक्का
हज्ज
जंबल घाट
ग़दीर ख़ुम
अल्लाह ताला के पास अर्श पर मुलाक़ात
वफात (जीवन का अंत)
ये 12 वफात इस्लामी विवरणों और इतिहास के लिए महत्वपूर्ण हैं और मुस्लिम समुदाय में उनकी याद का उत्सव मनाया जाता है।
मिलाद उन नबी कितने समय तक रहता है (How long does Milad un Nabi last)
मिलाद उन नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जन्म विवरण है और उनकी मृत्यु तिथि के बारे में कोई विवरण नहीं है। वे 632 ईसा पूर्व से 632 ईस्वी उत्तर के बीच जीवित रहे थे। यह ईस्लाम के सबसे महत्वपूर्ण धर्मगुरु हैं और वे उम्मत के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे।
मुसलमानों का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है (Which is the biggest festival of Muslims)
मुसलमानों का सबसे बड़ा त्यौहार ईद-उल-फ़ित्र होता है। यह त्यौहार मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा पूरे विश्व में मनाया जाता है। यह त्यौहार ईद के नाम से भी जाना जाता है। यह त्यौहार इस्लामिक कैलेंडर के महीने रमज़ान के बाद शव्वाल के महीने की तेहवीं तारीख को मनाया जाता है। इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज़ पढ़ते हैं, दोस्तों और रिश्तेदारों को ईद की मुबारकबाद देते हैं, खाने-पीने का आनंद लेते हैं और अलग-अलग रंगों के कपड़े पहनते हैं।
मिलाद में क्या करना चाहिए (What should be done in Milad)
मिलाद उन नवीन मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो प्रभु अल्लाह के प्रेरणा से उनके प्रिय नबी हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जन्मदिन के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार सम्पूर्ण मुस्लिम समुदाय में मनाया जाता है।
मिलाद के दौरान लोग नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जीवन के बारे में सुनते हैं और उनकी जीवन गाथा के बारे में पाठ पढ़ते हैं। इस दिन अल्लाह की बड़ी महिमा का गान करते हुए अल्लाह की तारीफ़ की जाती है और नात-शरीफ़ के गीत भी गाए जाते हैं। इस त्योहार पर चंद बातों का ख्याल रखा जाना चाहिए:
मिलाद उन नवीन मुस्लमानों के लिए एक धार्मिक त्योहार है जो भगवान की महिमा और उनके प्रिय नबी के जीवन के बारे में समझ ने का मौका प्रदान करता है।
इस दिन अल्लाह की तारीफ़ और नात-शरीफ़ के गीतों का आनंद लेना चाहिए।
इस त्योहार के दौरान लोग अपने परिवार में खुशिया बाटते है.
मुसलमानों का त्योहार कौन सा है (Which is the festival of Muslims)
मुसलमानों के कई त्योहार होते हैं जिनमें से कुछ मुख्य त्योहार हैं जैसे:
ईद-उल-फ़ित्र: यह त्योहार इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार शव्वाल माह के पहले दिन मनाया जाता है। यह त्योहार रमज़ान के बाद ईद मुबारक के साथ मनाया जाता है। इस दिन मुस्लिम लोग नमाज़ पढ़ते हैं, एक दूसरे को ईद मुबारक कहते हैं और मिठाई खाते हैं।
ईद-उल-अज़हा: यह त्योहार इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार ज़िल्हज्ज महीने के दसवें दिन मनाया जाता है। इस दिन मुस्लिम लोग नमाज़ पढ़ते हैं, कुर्बानी करते हैं और मिठाई खाते हैं।
मिलाद-उन-नबी: यह त्योहार इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार रबी-उल-अव्वल महीने के तीसरे दिन मनाया जाता है। इस दिन मुस्लिम लोग हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जन्मदिन के उत्सव को मनाते हैं।
मुहर्रम: यह त्योहार इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार मुहर्रम महीने के पहले पड़ता है.
मिलादुन्नबी क्यों मनाई जाती है (Why is Miladunnabi celebrated)
मिलादुन्नबी इस्लाम धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो नबी मोहम्मद के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। इस्लाम में नबी मोहम्मद को पैगंबर माना जाता है जो खुदा के द्वारा भेजे गए रहमत के सन्देश को लोगों तक पहुंचाने के लिए चुने गए थे।
मिलादुन्नबी के अवसर पर मुसलमान लोग नबी मोहम्मद की जिंदगी और उनके संदेश के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं। इस दिन कई लोग नबी मोहम्मद के जीवन पर चर्चा करते हैं, कुरान की आयतों का पाठ करते हैं और दुआएं करते हैं। इस दिन मुसलमान लोग खुशी के साथ मिलकर खाने-पीने का आनंद लेते हैं और अपने दोस्तों, परिवार और अन्य लोगों को बधाई देते हैं।
मिलादुन्नबी के महत्व को समझने के लिए यह महत्वपूर्ण है कार्य होता है.
जश्ने ईद मिलादुन्नबी 2022(Jashne Eid Miladunnabi 2022)
जश्ने ईद मिलादुन्नबी एक मुस्लिम उत्सव है जो हज़रत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। यह उत्सव सभी सुन्नी मुस्लिम देशों में मनाया जाता है जैसे भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, सऊदी अरब, इराक, इरान, आदि। यह उत्सव रबीउल अव्वल महीने के बीच के कुछ दिनों में मनाया जाता है।
इस उत्सव में मुस्लिम लोग मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ते हैं और हज़रत मोहम्मद साहब की जीवन की कहानियों को सुनते हैं। इसके अलावा, मुस्लिम घरों में भी इस उत्सव का बड़ा त्योहार मनाया जाता है। घरों को दीपों, फूलों, झंडों और लाइटिंग से सजाया जाता है।
जश्ने ईद मिलादुन्नबी एक धार्मिक उत्सव होता है जो एकता, समझदारी और प्रेम की भावना को बढ़ावा देता है। यह उत्सव भीड़ भरी सड़कों, खुशी के शोर, सजावट और दिलों में खुशी लाता है।
जश्ने ईद मिलादुन्नबी शायरी (Jashne Eid Miladunnabi Shayari)
जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर शायरी बहुत ही पसंद की गई होती है। यहाँ कुछ शायरियां हैं जो आप इस मौके पर उपयोग कर सकते हैं:
आज उनकी तस्वीर को देखकर एक नया जश्न मनाया जाए, उनके सद्के में हम सबका सुख और समृद्धि बढ़ाएं।
जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी मुबारक हो, आओ सब मिलकर खुशी मनाएं और खुशहाली फैलाएं।
आज का दिन है खुशियों का मौका, हम सब उनके लिए दुआ मांगे.
दोस्तों आज हम इस लेख के जरिए जानेंगे कि ( jashne Eid milaadunnabi ) इसके क्या-क्या मायने हैं क्यों,किया जाता है जश्ने ईद मिलादुन्नबी कब है नीचे लिखे गए इसमें "जश्ने ईद मिलादुन्नबी क्या होता है?, के बारे में सब कुछ बताया गया है आइए जानते हैं
भारत सरकार ही नहीं, आपने ज्यादातर राज्य सरकारों के आधिकारिक कैलेंडर की सूची में एक बार ईद मिलाद को नबी अवकाश के रूप में देखा होगा।
हर वर्ष 8 अक्टूबर को ही क्यों मनाया जाता है? Air Force Day 2022: जानिए - इसका इतिहास और महत्व
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जश्ने ईद मिलादुन्नबी कब है 2022?
आप जानते ही हैं कि इस्लामिक त्योहार चांद के हिसाब से तय होते हैं, अगर चांद पहले आता है तो 8 अक्टूबर 2022 को 'मिलादुन्नबी' का त्योहार होगा. 8 अक्टूबर 2022 का दिन शनिवार है
आप में से ज्यादातर लोगों को पता ही होगा कि हर साल इस्लामिक त्योहारों की तारीख बदल जाती है। तो जाहिर सी बात है कि 2022 में ईद मिलाद उन नबी का है?
ईद मिलादुन्नबी क्यों मनाई जाती है?
जश्ने ईद मिलादुन्नबी इमेजत्योहार का नाम
बारावफात या ईद मिलादुन्नबी या 12 रबी उल अव्वल 2022 कब है?
दिनांक 12 रबील-अव्वल (सुन्नी इस्लाम), 17' रबीअल-अव्वल (शिया इस्लाम)
ईद मिलादुन्नबी कब है
2022बारावफात या ईद मिलादुन्नबी या 12 रबी उल अव्वल, शुक्रवार और तारीख 7 अक्टूबर 2022 को मनाई जाएगी
भारत में बारावफात 2022 तिथि
9 अक्टूबर / 8 अक्टूबर
27 सितंबर 2022 को पुष्टि
मिलाद उन नबी उत्सव की सही तारीख क्या है?
मिलाद उन नबी भारत सरकार के अवकाश कैलेंडर के अनुसार 09 अक्टूबर को है। 09 अक्टूबर रविवार है।
इस्लामिक कैलेंडर की तारीख चांद के हिसाब से तय है। जहां तक मेरा अनुभव बता रहा है, यह 08 या 09 अक्टूबर को भी हो सकता है। अगर आप और जानना चाहते हैं तो आगे पढ़ें।
पिछले वर्षों के रिकॉर्ड के अनुसार 2022 में मिलादुन्नबी का पर्व कब होगा?
2021 - 19 अक्टूबर (हो गया)
2022 - 09 अक्टूबर (शायद)
पिछले वर्षों के रिकॉर्ड से आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि हर साल अलग-अलग तारीखों पर यह उत्सव मनाया जाता है। आइए इसके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं। उम्मीद है कि अगर चंद्रमा पहले हो जाता है, तो 8 अक्टूबर 2022 को भारत में मिलादुन्नबी का त्योहार मनाया जाएगा।
ईद मिलादुन नबी कब है? 12 वफ़ात 2022
बारावफत 2022 कब है यानि 12 वफात कब है? अगर आप Exact में जाना चाहते हैं तो आगे पढ़ें।
इस्लामिक यानि हिजरी कैलेंडर के अनुसार मिलादुन्नबी का त्योहार किस महीने में पड़ता है?
हिजरी कैलेंडर में, रबी अल-अव्वल तीसरे महीने का नाम है। जैसा कि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह मार्च का महीना है। मिलादुन्नबी का त्योहार रबी अल-अव्वल महीने के 12वें दिन मनाया जाता है।
यानी रबी-उल-अव्वल महीने का चांद 27 सितंबर 2022 को देखा जा सकता है. यानी 27 सितंबर को आपको पक्का पता चल जाएगा कि यह त्योहार कब है.
मिलाद उन नबी की संक्षिप्त जानकारी
मिलाद-उन-नबी अरबी भाषा का शब्द है। भारत में उर्दू जानने वालों को ईद मिलाद-उन-नबी भी कहते हैं। यह इस्लाम के अंतिम पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम (आपका) के जन्म से जुड़ा है। आपका जन्म 8 जून, 570 ई. उनका जन्म मक्का (सऊदी अरब) में हुआ था।
तुम्हारे पिता का नाम अब्दुल्लाह और माता का नाम बीबी अमीना है। 8 जून 632 ई. को 62 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। मदीना, सऊदी अरब। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार आप दोनों का जन्म और मृत्यु 8 जून को हुई थी।
यह मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। जिसमें लोगों को पैगंबर द्वारा दिखाए गए मार्ग को याद किया जाता है। कुरान का पाठ किया जाता है, इस्लाम का सबसे पवित्र ग्रंथ।
निष्कर्ष अंक
सारांश - वर्ष 2021 में भारत में 19 अक्टूबर को मिलादुन्नबी का पर्व मनाया गया। साल 2022 के लिए रबी अल-अव्वल महीने का चांद 27 सितंबर को देखा जा सकता है. 28 सितंबर 2022 रबी अल-अव्वल महीने की पहली तारीख हो सकती है.
हालांकि, 12वीं रबी अल-अव्वल 09 अक्टूबर को हो सकती है। 12 रबी-उल-अव्वल भारत में मिलादुन्नबी के त्योहार के रूप में मनाया जाता है और यह एक सरकारी अवकाश भी है।
पूछे जाने वाले प्रश्न
आप पाठकों द्वारा पूछे गए मिलादुन्नबी से संबंधित प्रश्नों को इस लेख में शामिल किया गया है और उनका सटीक उत्तर देने का प्रयास किया गया है।
फिर भी अगर आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें, सही जवाब आपको तुरंत मिल जाएगा।
प्रश्न- इस वर्ष ईद-ए-मिलाद में बैंक अवकाश रहेगा या नहीं?
उत्तर- वर्ष 2022 में सबसे अधिक संभावना 9 अक्टूबर 2022 को मिलादुन्नबी का पर्व है और वह दिन रविवार है। रविवार को ऐसा अवकाश है, इसलिए इस वर्ष मिलादुन्नबी का बैंक में अवकाश होना संभव नहीं है।
आप जानते ही हैं कि इस्लामिक त्योहार चांद के हिसाब से तय होते हैं, अगर चांद पहले आता है तो 8 अक्टूबर 2022 को मिलादुन्नबी का त्योहार मनाया जाएगा . 8 अक्टूबर 2022 का तिथि शनिवार है।
प्रश्न- 2022 में बारहवां सूर्य कब है?
उत्तर – अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 12 रबी-उल-अव्वल 9 अक्टूबर 2022 को हो सकते हैं, लेकिन इस्लामिक पर्व की तिथि चांद दिखने के हिसाब से तय होती है.
12 रबी-उल-अव्वल 8 अक्टूबर 2022 को भी हो सकता है बशर्ते चांद पहले मिले।
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प्रश्न – ईद मिलाद उन नबी की प्ररम्भ कब से हुई?
उत्तर – 8 जून 632 ई. से पैगम्बर के जन्मदिन पर मिलाद उन नबी का पर्व मनाया जाता है।
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प्रश्न – मिलाद उन नबी क्यों मनाते क्या वजह है?
उत्तर – मिलादुन्नबी का त्यौहार इस्लाम के अंतिम पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम (आपका) के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।
मिलाद उन-नबी एक इस्लामी अवकाश है जो पैगंबर मुहम्मद का जन्मदिन मनाता है। यह इस्लामिक महीने रबी अल-अव्वल के 12 वें दिन मनाया जाता है। मुसलमानों का मानना है कि मुहम्मद मानवता का मार्गदर्शन करने के लिए ईश्वर द्वारा भेजे गए अंतिम पैगंबर थे। मिलाद उन-नबी उनके जीवन और शिक्षाओं को याद करने का समय है।
यह विशेष प्रार्थनाओं और उपदेशों के साथ-साथ भोजन और उपहारों के साथ मनाया जाता है। मिलाद उन-नबी कई मुसलमानों के लिए साल की सबसे महत्वपूर्ण छुट्टियों में से एक है।
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प्रश्न-12 रवि अवल 2022 कब है?
उत्तर-12 रबी-उल-अव्वल 2022 में 9 अक्टूबर को हो सकता है, चंद्रमा पहले हो तो 8 अक्टूबर को भी हो सकता है।
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प्रश्न – ईद मिलादुन्नबी 2021 कब है?
उत्तर 2021 में 19 अक्टूबर को भारत में मिलादुन्नबी का पर्व मनाया गया।
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प्रश्न-12 वफ़ात की तिथि है?
उत्तर 12 वफात की तिथि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 9 अक्टूबर या 8 अक्टूबर हो सकती है। यह चंद्रमा के दर्शन के अनुसार तय किया जाता है।