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सितंबर, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

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उत्तर प्रदेश का सामान्य परिचय

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  उत्तर प्रदेश का सामान्य परिचय ,उत्तर प्रदेश भारत का एक राज्य है जो उत्तरी भारत में स्थित है। यह भारत का सबसे आबादी वाला राज्य भी है और गणराज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी है। इसके प्रमुख शहरों में लखनऊ, आगरा, वाराणसी, मेरठ और कानपूर शामिल हैं। राज्य का इतिहास समृद्धि और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर है, और यह भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में अहम भूमिका निभाता है। उत्तर प्रदेश का पहला नाम क्या है ,उत्तर प्रदेश का पहला नाम "यूपी" है, जो इसे संक्षेप में पुकारा जाता है। यह नाम राज्य की हिन्दी में उच्चतम अदालत के निर्देशन पर 24 जनवरी 2007 को बदला गया था। उत्तर प्रदेश की विशेषता क्या है ,उत्तर प्रदेश की विशेषताएं विविधता, सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक स्थलों, और बड़े पैम्पस के साथ जुड़ी हैं। यह भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में अहम भूमिका निभाता है और कई प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का घर है, जैसे कि वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, और प्रयागराज। राज्य में विविध भौगोलिक और आधिकारिक भाषा हिन्दी है। यह भी भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक है जो आबादी में अग्रणी है। इसे भी जाने उत्तर प्रदेश की मु

रुद्रमल राजभर राजा की कहानी | जानिए… रुधौली का नामकरण कैसे हुआ | Story of Rudramal Rajbhar

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  राजभर समाज की कहानी:एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में राजभर नामक समाज रहता था। इस समाज के लोग बहुत ही एकत्रबद्ध और सामाजिक विचारधारा के धार्मिक व्यक्ति थे। वे अपने गांव के विकास में सक्रिय भूमिका निभाते थे और अपने परंपरागत संस्कृति और मूल्यों का पालन करते थे। गांव में राजभर समाज के लोग सभी के बीच में समानता और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए प्रसिद्ध थे। वे अपने पड़ोस में रहने वाले लोगों को भी आपसी सहयोग और समर्थन प्रदान करते थे। इसके लिए वे समाज के सभी सदस्यों के बीच एकता और सदभाव को बनाए रखने के लिए समारोह, उत्सव और मिलनसार आयोजित किया करते थे। राजभर समाज के लोग अपने कृषि और पशुपालन के जरिए अपनी आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ किया करते थे। वे बागवानी और खेती में भी कुशल थे और उत्पादन के साथ-साथ विक्रय भी अच्छा करते थे। इसके परिणामस्वरूप गांव के राजभर समाज के लोग आर्थिक रूप से समृद्ध थे और गांव के विकास में भी अहम योगदान देते थे। इस समाज के लोग न केवल अपने बल्कि अन्य समाजों के सदस्यों के विकास को भी महत्व देते थे। वे अशिक्षित लोगों को शिक्षित बनाने के लिए नि:शुल्क शिक्षा के अभियानों का

अधूरे प्यार की कहानी | Real Love Story in hindi

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  आज हम उस अधूरी कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक ऐसा प्यार जो उनसे शुरू हुआ और उन दोनों में प्रेम इतना था कि शब्दों में लिख कर सम्पूर्ण तरीके से बताया नहीं जा सकता किन्तु कुछ तो पकड़ में आ ही जाएगा वह दो प्रेमी साथ साथ में पढ़ाई की पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद एक दिन उसको बिछड़ना पड़ जाता है  जैसे कि विद्यालय छूटने के बाद वह दोनों अपने अपने घर को चले जाते है  स्कूल लव स्टोरी इन हिंदी यही स्टोरी को जानकर आप चकित हैरान जरूर होंगे लेकिन तो यह  सच भी है और उधर का बात कम करता हूं लेकिन तो  जब उनका प्यार शुरू हुआ  अनी की  स्कूल लव स्टोरी यह बालपन की बात रहती है वह दोनों साथ रहते खाते  पीते रहते थे  जिससे के अंदर आपस में ज्यादा मेल भावना जाग उठी थी और वह दोनों एक सच्चे साथी भी बन चुके थे उन्होंने एक दूसरे को  खूब पसंद  किया करते थे  उन्होंने पढ़ाई भी बहुत अच्छे ढंग से  किया करते थे सच्चे प्यार की लव स्टोरी यहां से शुरू होती है उनकी लव अब वह दोनों अब बिछड़ चुके है लेकिन उन्हें अपने प्यार का एहशास महसूस होने लगा है  वह दोनों  अलग-अलग हो जाने का बहुत दुख होने लगा लेकिन तो करते भी क्या अब वह

विश्वकर्मा पूजा तिथि, विधि, आरती | Vishwakarma Poja

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 विश्वकर्मा पूजा का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है।  विविधता से भरे इस देश में शायद ही कोई ऐसा महीना हो जब कोई त्योहार, कभी पूजा, कभी व्रत, कभी दीवाली तो कभी होली न मनाई जाती हो।  जीवन को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक सामग्री और तत्वों के लिए हमारे ग्रंथों में उन सभी के लिए कोई न कोई देवी या देवता है।  आज हम एक ऐसी ही पूजा के बारे में जानते हैं, जिसे विश्वकर्मा पूजा के नाम से जाना जाता है।   विश्वकर्मा पूजा या जयंती हर साल ग्रेगोरियन तिथि यानी 17 सितंबर को ओडिशा, कर्नाटक, बिहार, असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड और त्रिपुरा आदि राज्यों में मनाई जाती है। यह पूजा / जयंती अक्सर कारखानों और औद्योगिक क्षेत्रों में एक बड़े त्योहार के रूप में मनाई जाती है।  क्षेत्र।  भगवान विश्वकर्मा को जगत का रचयिता माना जाता है और उनके जन्म के दिन ही देवताओं और पूजा का भी आयोजन किया जाता है।  यह दिन हिंदू कैलेंडर के 'कन्या संक्रांति' पर पड़ता है। विश्वकर्मा जयंती कब है 2022 विश्वकर्मा पूजा 2022 कब है   विश्वकर्मा पूजा 2022 तिथि विश्वकर्मा पूजा शनिवार 17 सितंबर 2022   विश्वकर्मा पूजा कारखानों में क्यों की जाती ह

रानी परियों की कहानियां | rani pariyon ki kahani

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 यह कहानी बहराच के दो रानिओ और परी की कथा है जोकि एक दिन वह सब अपने राजमहल के बहार बहार कभी कभार जाया करती थी एक वक्त की बात है जब राजाओ को बिना बताये रानीओ ने जंगल का भर्मण करने के लिए निकले ही थे  ठीक उसी समय जंगल में जाते है जंगल में पहुंचते ही उन सभी के दिल में एक ख़याल आता है की क्यू ना सम्पूर्ण जंगल का एक फेरा लगा लिया जाय वह सभी जंगल की सुनशान जगहों को नहीं छोड़ा फिर आगे जाकर उन्हें एक सुनेहरा हिरण दिखाई दिया सभी रानिया उस पर मोहित हो उठी जिसके बाद उसका पीछा भी किया  सुनहरे हिरण की कहानी यह उस समय की बात है जब कुछ  रानियां एक साथ मिलकर नहाने के लिए जा रहे थे रास्ते में उनको एक सुनहरा हिरण मिल जाता है जिसको देखकर सभी लोग मोहित हो जाते हैं ठीक बगल में एक आदमी खड़ा था जो सब कुछ देख रहा था जिसको देखकर हिरण किसी और तड़प चला गया और सभी रानियां  उसे इंसान  के ऊपर गुस्सा होने लगी Chamatkari hirn in Hindi  यही व्यक्ति के कारण वह हिरण भाग गया और कहीं नजर नहीं आ रहा इस नाते उस पर गुस्सा उतारने लगती हैं सब देख कर  उस व्यक्ति पर दया जाता है और वह सब को मनाने लगती है  बहुत कहे सुने के बाद  सभी

बहन का दिल निकल कर मार डाला | sister's heart out and killed

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शशिकला के माता पिता पहले एक साथ रहते थे वह दोनों में कभी कभार झगड़ा भी हुआ करता था एक समय की बात है जब शशिकला की माँ किसी भयानक बीमारी से ग्रस्त हो गयी और हमेशा उनका तबियत खराब रहने लगा वे चारपाई पर दिन रात दोनों बिताती थी उनका बीमारी बढ़ता ही जा रहा था  जैसे की मानो वह कुछ ही दिनों के मेहमान थी उनके पास लगभग पंद्रह से 20 दिन बचे हुए थे एक दिन वह समय आ भी गया जब शशिकला की माता का दिन पूरा हो गया और उनकी मृत्यु हो गयी कुछ दिन बीत जाने के बाद उसके पिता किसी और से शादी कर ली और उसी के साथ किसी दूसरे जगह जाकर रहने लगे और दोनों बेटिओ को भूल ही गए  1 दिन की बात है जब उसकी  छोटी बहन शशिकला का एक हादसे में मौत हो जाती है उसके बाद उसकी  बड़ी बहन उसको बहुत याद करती थी और कहीं एकांत में जाकर  रोया भी करती थी  उसकी चाहत को देखकर गांव वाले सभी मनाते रहते थे की अब वो चली गई दोबारा वापस नहीं आएगी और उसको  भूल जाना जाना  ही चाहिए  गांव वालों को लाख मना करने के बावजूद उसके दिलो-दिमाग में शशिकला छाई रहती थी  और पल पल भर में याद भी आ जाती थी उसके घर वाले भी मना करते थे  और समझाते थे लेकिन तो  लेकिन  तो  छो

योग क्या है इसके लाभ एवं महत्व लिखिए? | Why is yoga necessary?

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 पतंजलि योग से शुरू होता है  एक पौराणिक  कहानी  बहुत साल पहले की बात है जब ऋषि मुनि ने मिलकर भगवान विष्णु के पास गए  और अपनी समस्याओं को लेकर अपनी बातें सुनाई उस समय भगवान आपने धन्वन्तरि  रूप में आकर  शारीरिक रोगों के उपचार के लिए आयुर्वेद दिया  लेकिन तो अभी भी लोग पृथ्वी पर काम मन एवं क्रोध  के  वासनाओं के लिए एक सही उपयोग निकाला है  यह इसलिए  निकाला गया क्योंकि जिससे सभी पीड़ित लोगों को  उतारा जा सके इससे मुक्ति का तरीका भी बताया गया दुख से मुक्ति का तरीका क्या है  अक्सर लोग शारीरिक  केवल नहीं बल्कि मानसिक एवं भावनात्मक  तरीकों से भी बेकार में दुखी रहते हैं  भगवान आज से सर्प का साया पर लेटे हुए थे  सहस्त्र मुख वाले आदि शेष जागरूकता का प्रतीक  माना जाता है आदिशेष को महर्षि पतंजलि के रूप में धरती पर भेज दिया ठीक इसी तरीके से  योग का प्रयत्न एवं  शिक्षा देने  के लिए महा ऋषि को धरती पर भेज दिया गया  ऐसे  योग्य किसी को मिलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था लेकिन महर्षि पतंजलि धरती पर आकर इस तरह के योग ज्ञान को प्रदान  करने के लिए धरती पर अवतार लिया था महर्षि पतंजलि के नियम एवं कायदे क्या थे |

समय का मूल्य समझने वालों को क्या लाभ हानि होते है| what is the meaning of time

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जीवन में समय का महत्व समझना हमरे लिए बहुत जरूरी है। समय का महत्व Paragraph व समय का महत्त्व पर रोचक कहानी। जानिये क्यों जरुरी है हमको समय को समझना। क्या होती है इसकी कीमत, कैसे करते है कुछ लोग इसका सदुपयोग और क्या होते है इसके लाभ एवं हानि ।  हम सभी समय का महत्व बहुत अच्छी तरह से समझते है और हमारे जीवन में समय से अधिक  महत्वपूर्ण और कोई भी चीज़ नहीं है। समय को बहुमूल्य भी कहा जाता है क्योंकि बीते गए  समय को कोई भी शक्ति फिर से वापस नहीं आ सकती। जिस इन्शान ने “समय का महत्व” सीख लेता है, उसका जीवन सफल हो जाता है। जो ब्यक्ति समय को बर्बाद किया, समय उसे बर्बाद कर देता है। अगर आप भी समय का महत्व पर कुछ  लिखना चाहते है या फिर समय के महत्व पर कुछ Paragraph लिखना चाहते हो तो इस पोस्ट को दिल लगाकर एक बार पढ़ ले। क्या आपको मालूम है कि जीवन में Time का महत्व क्यों सर्बधिक मना जा रहा है? Time का महत्व इस नाते मना जाता है कि उस वक्त कोई जी भरकर ताकत लगा करके भी समय के चकरी को नहीं रोक सकता, हम सब केवल समय का उपयोग कर सकते हैं।अनेको सफल व्यक्तियों में एक गुण एक सामान जैसा होता है और ज़्यदातर पाया भी