संदेश

valmiki jayanti 2015 लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Featured post

उत्तर प्रदेश का सामान्य परिचय

चित्र
  उत्तर प्रदेश का सामान्य परिचय ,उत्तर प्रदेश भारत का एक राज्य है जो उत्तरी भारत में स्थित है। यह भारत का सबसे आबादी वाला राज्य भी है और गणराज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी है। इसके प्रमुख शहरों में लखनऊ, आगरा, वाराणसी, मेरठ और कानपूर शामिल हैं। राज्य का इतिहास समृद्धि और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर है, और यह भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में अहम भूमिका निभाता है। उत्तर प्रदेश का पहला नाम क्या है ,उत्तर प्रदेश का पहला नाम "यूपी" है, जो इसे संक्षेप में पुकारा जाता है। यह नाम राज्य की हिन्दी में उच्चतम अदालत के निर्देशन पर 24 जनवरी 2007 को बदला गया था। उत्तर प्रदेश की विशेषता क्या है ,उत्तर प्रदेश की विशेषताएं विविधता, सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक स्थलों, और बड़े पैम्पस के साथ जुड़ी हैं। यह भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में अहम भूमिका निभाता है और कई प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का घर है, जैसे कि वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, और प्रयागराज। राज्य में विविध भौगोलिक और आधिकारिक भाषा हिन्दी है। यह भी भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक है जो आबादी में अग्रणी है। इसे भी जाने उत्तर प्रदेश की मु

वाल्मीकि जयंती 2023 | valmiki jayanti,valmiki jayanti status,maharishi valmiki jayanti,valmiki jayanti kab hai,10 lines on valmiki jayanti,valmiki jayanti 2014,valmiki jayanti 2015,valmiki jayanti date,valmiki jayanti essay,valmiki jayanti speech

चित्र
  दोस्तों आज हम इस लेख  के जरिए जानेंगे कि  ( वाल्मीकि जयंती 2024 )  इन्होने  क्या-क्या किया हैं  क्यों मनाया जाता है " When is When is Valmiki Jayanti celebrated?,  नीचे लिखे गए है   "वाल्मीकि जयंती कब है? , और  "वाल्मीकि जयंती का महत्व,  सब कुछ बताया गया है आइए जानते हैं वाल्मीकि जयंती 2023   वाल्मीकि जयंती हिंदू धर्म में बहुत धूमधाम से मनाई जाती है।  इस अवसर पर मंदिरों में पूजा-अर्चना, कीर्तन आदि का आयोजन किया जाता है।  वहीं इस मौके पर कई सामाजिक संस्थाओं की ओर से फल और मिठाइयां भी बांटी जाती हैं.  शास्त्रों के अनुसार, महर्षि वाल्मीकि को महाकाव्य रामायण के लेखक माना जाता है और वाल्मीकि जयंती को उनके जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।  वाल्मीकि जयंती को मैनिफेस्ट डे के रूप में भी जाना जाता है।  इसके साथ ही इस पर्व पर वाल्मीकि जी के जीवन में परिवर्तन की कहानी सुनाई जाती है, जिसमें व्यक्ति को जीवन में बुरे कर्मों को छोड़कर अच्छे कर्मों और भक्ति के मार्ग पर चलने का संदेश दिया जाता है।   पंचांग के अनुसार इस वर्ष वाल्मीकि जयंती 9 अक्टूबर 2022 को पड़ रही है। 2023 में 17 अक्टू