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उत्तर प्रदेश का सामान्य परिचय

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  उत्तर प्रदेश का सामान्य परिचय ,उत्तर प्रदेश भारत का एक राज्य है जो उत्तरी भारत में स्थित है। यह भारत का सबसे आबादी वाला राज्य भी है और गणराज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी है। इसके प्रमुख शहरों में लखनऊ, आगरा, वाराणसी, मेरठ और कानपूर शामिल हैं। राज्य का इतिहास समृद्धि और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर है, और यह भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में अहम भूमिका निभाता है। उत्तर प्रदेश का पहला नाम क्या है ,उत्तर प्रदेश का पहला नाम "यूपी" है, जो इसे संक्षेप में पुकारा जाता है। यह नाम राज्य की हिन्दी में उच्चतम अदालत के निर्देशन पर 24 जनवरी 2007 को बदला गया था। उत्तर प्रदेश की विशेषता क्या है ,उत्तर प्रदेश की विशेषताएं विविधता, सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक स्थलों, और बड़े पैम्पस के साथ जुड़ी हैं। यह भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में अहम भूमिका निभाता है और कई प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का घर है, जैसे कि वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, और प्रयागराज। राज्य में विविध भौगोलिक और आधिकारिक भाषा हिन्दी है। यह भी भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक है जो आबादी में अग्रणी है। इसे भी जाने उत्तर प्रदेश की मु

मातामह श्राद्ध: अक्टूबर में होगा जानिए क्या है इसका महत्व

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  मातामह श्राद्ध: अक्टूबर में होगा जानिए क्या है इसका महत्व   मातामह श्राद्ध इस वर्ष आश्विन शुक्ल पक्ष के पितृपक्ष के एक माह बाद शनिवार 17 अक्टूबर को मातमः श्राद्ध है।   मातामह श्राद्ध : 17 अक्टूबर को होगा मातमः श्राद्ध, जानिए क्या है इसका महत्व   मातामह श्राद्ध : इस वर्ष आश्विन मास अधिक होने के कारण मातामाह श्राद्ध मेरी नानी अश्विन शुक्ल पक्ष के पितृ पक्ष के एक माह बाद शनिवार 17 अक्टूबर को पड़ रहा है.  परिवार के सदस्यों की स्मृति में कर्म तिथि के अनुसार तर्पण और श्राद्ध करने की परंपरा है।  लेकिन कई बार मृतक के परिवार में खजूर की कमी के कारण बच्चों की कमी सहित कई समस्याएं होती हैं।  ज्योतिषाचार्य अनीश व्यास ने बताया कि श्राद्ध के दिन संतान न होने की स्थिति में माता पौत्र का भोग लगा सकती है.  अक्सर पितृ पक्ष की समाप्ति के अगले दिन मातामह श्राद्ध होता है, लेकिन इस बार अधिमास के कारण एक महीने बाद 17 अक्टूबर को होगा।  नवमी या अमावस्या के दिन, भले ही सर्व पितृ श्राद्ध पर तिथि ज्ञात न हो, श्राद्ध कर्म किया जा सकता है।  जिनके नाम और गोत्र ज्ञात नहीं हैं, वे देवताओं के नाम पर तर्पण भी कर सकते