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उत्तर प्रदेश का सामान्य परिचय

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  उत्तर प्रदेश का सामान्य परिचय ,उत्तर प्रदेश भारत का एक राज्य है जो उत्तरी भारत में स्थित है। यह भारत का सबसे आबादी वाला राज्य भी है और गणराज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी है। इसके प्रमुख शहरों में लखनऊ, आगरा, वाराणसी, मेरठ और कानपूर शामिल हैं। राज्य का इतिहास समृद्धि और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर है, और यह भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में अहम भूमिका निभाता है। उत्तर प्रदेश का पहला नाम क्या है ,उत्तर प्रदेश का पहला नाम "यूपी" है, जो इसे संक्षेप में पुकारा जाता है। यह नाम राज्य की हिन्दी में उच्चतम अदालत के निर्देशन पर 24 जनवरी 2007 को बदला गया था। उत्तर प्रदेश की विशेषता क्या है ,उत्तर प्रदेश की विशेषताएं विविधता, सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक स्थलों, और बड़े पैम्पस के साथ जुड़ी हैं। यह भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में अहम भूमिका निभाता है और कई प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का घर है, जैसे कि वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, और प्रयागराज। राज्य में विविध भौगोलिक और आधिकारिक भाषा हिन्दी है। यह भी भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक है जो आबादी में अग्रणी है। इसे भी जाने उत्तर प्रदेश की मु

gandhi jayanti: महात्मा गांधी का जीवन परिचय और रोचक जानकारियां

Gandhi Jayanti 2024: यह हर एक साल भारत में 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती मनाई जाती है। यह बात एकदम  सही है कि महत्मा जी ने भारत की आजादी के लड़ाई में 1915 से सक्रिय थे। और आजादी की सांखनात जंग उसके कई दशकों पहले से हो चुकी थी। किन्तु महत्मा जी की एंट्री होते ही भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में जबरदस्त जान सी आ गयी |
महात्मा गांधी और राष्ट्रीय आंदोलन क्या है?

भारत के राष्ट्रीय आंदोलन में गांधी का बड़ा योगदान

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्मा गांधी भूमिका ने भारत के जनता और राष्ट्रीय करण को एक नए सिरे से तैयार करने में मदद की। उनकी अहिंसक नीतियों और नैतिक के आधारों ने और अधिक लोगों को आंदोलन से जोड़ने के लिए सच्छम हुए। उन्होंने सभी धर्मों को एकसमान जानने सभी भाषाओं का आदर पूर्वक सम्मान करने तथा पुरुष और महिला को बराबर का दर्जा देना एवं दलितों-गैर दलितों के बीच की जमाने से चलती आ रही खाई को मिटाने पर जोर दिया था।

2 अक्टूबर क्यों मनाया जाता है

2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मे महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के दम पर अंग्रेजों को भारत छोड़कर भागने  पर मजबूर कर दिया था। उनके विचारों के सम्मान में 2 अक्टूबर को हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के जैसा इस दिन राष्ट्रीय पर्व का दर्जा दिया जाता है।

1- स्कूल में महत्मा गांधी अंग्रेजी के एक अच्छे  विद्यार्थी भी थे, जबकि गणित और भूगोल में बहुत कमजोर छात्र थे। किन्तु उनकी हैंडराइटिंग बहुत सुंदर रहती थी।

2- महान आविष्कारक अल्बर्ट आइंस्टीन महत्मा जी  से काफी  प्रभावित हो गए थे। आइंस्टीन ने बताया कि कोई ऐसा भी समय आएगा जब लोगों को इस बात का विस्वाश नहीं होगा कि कभी एक ऐसा ब्यक्ति भी भारत की धरती पर जन्म लिया था। 

3- महत्मा जी कभी भी अपने जीवन में अमेरिका नहीं गए और ना ही कभी वे हवाई जहाज में बैठे हुए थे।

4- महत्मा जो अपनी फोटो खिचंवाना बुल्कुल  पसंद नहीं किया था।

5- महत्मा जी जब वकालत करने में जुड़े थे तो उनको अपने  पहले केस में हार का सामना करना पड़ गया था 

6- महत्मा जी अपनी नकली दांतो को अपने धोती के कोने में बांध कर रखते थे। जिस समय उनको भोजन करना होता था तो उस वक्त उस दातो का इस्तेमाल लगा किया करते थे।


7- लेकिन उनकी शवयात्रा में तकरीबन दस लाख लोग से भी अधिक ब्यक्ति उनके साथ चल रहे थे और 15 लाख से भी ज्यादा लोग रास्ते में दोनों तरफ खड़े हुए थे। 

8- महात्मा जी तकरीबन 5 बार नोबल पुरस्कार के लिए सम्मनित भी किया गया था। गांधी जी को 1948 में पुरस्कार मिलने से पहले ही उनको मार दिया गया था। 

9- महत्मा गांधी ने श्रवण कुमार की कहानी एवं हरिश्चन्द्र के कहानी को देखकर सुनकर वे बहुत प्रभावित हुए थे।

10- भगवन श्री राम के नाम से उन्हें तहे दिल से इतना प्रेम था की अपने मरने के अंतिम पल में भी उनका आखिरी शब्द राम का ही था।

(11) वर्ष 1930 में उनको अमेरिका की टाइम मैगजीन ने Man Of the Year का उपाधि देकर नवाजा था।


12- भारत देश में कुल लगभग 53 बड़ी सड़कें महात्मा जी के नामक जानी गयी हैं। भारत ही नहीं बल्कि अन्य देशो में भी महत्मा जी के नाम पर तकरीबन 48 सड़क गांधी जी के नाम से रखा दिया गया हैं।

(13) 1934 में भागलपुर जैसे जगहों के भूकंप पीड़ितों की मद्द्त करने के लिए उन्होंने अपने ऑटोग्राफ के पांच-पांच रुपये की राशि भी ली थी।

महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता का दर्जा कब गया

14-  भारत में यह बात लगभग सभी लोग जानते होंगे कि गांधी जी को राष्ट्रपिता के नाम से जाना जाता है, किन्तु बहुत कम लोग इस बात का खबर होगा कि उनको यह उपाधि किसने दी थी लेकिन आपको बता दे की गांधी को सर्वश्रेस्ट सबसे पहले  नेता सुभाष चंद्र बोस जी ने ( राष्ट्रपिता ) कहकर संबोधित किया था। उसके काफी दिन बाद 4 जून 1944 को सिंगापुर के एक  रेडिया से जरुरी संदेश प्रसारित करते वक्त  'राष्ट्रपिता' महात्मा गांधी कहा

गया था।
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15-  नोबेल के कवि पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर जी ने गांधी को महात्मा की उपाधि दे दिया था।

15 अगस्त 1947 को देश ने आजादी का पहला जश्न कब और  कहाँ मनाया था?

भारत को आजादी कब मिली

आजादी के वक्त गांधी जी किस नगर में थे

16- क्या आपको इस बात की जानकारी है कि जब 15 अगस्त 1947 को भारत वशिओ को आजादी मिली थी तो उस समय  महात्मा गांधी इस जश्न में नहीं थे। उस वक्त वे दिल्ली से हजारों किलोमीटर से दूर बंगाल के नोआखली स्थान पर थे, जहां उन्होंने  हिंदु और मुस्लिमों के बीच हो रही सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन पर बैठे हुए थे। 

भारत के प्रथम स्वतंत्रता दिवस की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं को चार्ट द्वारा दर्शाइए

17- आजादी की तिथि निश्चित के तकरीबन दो सप्ताह पहले ही गांधी ने दिल्ली को छोड़ दिया था। उसके बाद उन्होंने चार दिन कश्मीर में बिताए और फिर बाद में ट्रेन से उन्होंने कोलकाता की तरफ रवाना हो गए, जहां पर साल भर से भी अधिक चला रहा हिंदु और मुस्लिम दंगा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था।


18- महात्मा गांधी जी ने 15 अगस्त 1947 का दिन 24 घंटो का उपवास करके मनाया हुआ था। उस समय देश वशिओ को आजादी तो मिल चुकी थी लेकिन इसके साथ ही भारत का बंटवारा भी हो रहा था। पिछले कुछ महीनों से देश से लगातार हिंदू और मुसलमानों के बीच घमाशान दंगा भी हो रहा था। इस अशांत माहौल से महात्मा जी  काफी दुखी रहा करते थे।

प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता महात्मा गांधी


2 अक्टूबर के बारे में क्या खास है?


भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के नेता और अहिंसा के दर्शन और रणनीति के प्रणेता महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है।


महात्मा गांधी एक महान नेता क्यों हैं?


मोहनदास करमचंद गांधी को व्यापक रूप से बीसवीं शताब्दी के सबसे महान राजनीतिक और आध्यात्मिक नेताओं में से एक माना जाता है।  भारत में राष्ट्रपिता के रूप में माना जाता है, उन्होंने सत्याग्रह के सिद्धांत का बीड़ा उठाया और अभ्यास किया - सामूहिक अहिंसक सविनय अवज्ञा के माध्यम से अत्याचार के खिलाफ विरोध जतया था ।


महात्मा गांधी के बारे में क्या लिखें?


मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 02 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर गांव में हुआ था।  भारत की स्वतंत्रता में गांधी जी का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान था।  गांधी जी हमेशा अहिंसा के रास्ते पर चलते थे, उन्हें उम्मीद थी कि लोग अहिंसा के रास्ते पर चलेंगे।  1930. में दांडी की यात्रा कर नमक सत्याग्रह किया गया था


महात्मा गांधी का नारा क्या है?


भारत छोड़ो भाषण 8 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत करते हुए महात्मा गांधी द्वारा दिया गया भाषण है।  उसी भाषण में उन्होंने भारतीयों से दृढ़ निश्चय का आह्वान करते रहे 'करो या फिर मरो' उन्होंने  नारा दिया।


गांधी जयंती जीवन परिचय


महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ था।  इनके पिता का नाम करमचंद गाँधी था।  मोहनदास की माता का नाम पुतलीबाई था, जो करमचंद गांधी की चौथी पत्नी थीं।  मोहनदास अपने पिता की चौथी पत्नी की अंतिम संतान थे।


गांधी जी का जन्म और मृत्यु


मोहनदास करमचंद गांधी (जन्म: 2 अक्टूबर 1869 - मृत्यु: 30 जनवरी 1948), जिन्हें महात्मा गांधी के नाम से भी जाना जाता है, भारत और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनीतिक और आध्यात्मिक नेता थे।


महात्मा गांधी की बेटी का नाम


2 बेटियां रानी और मनु, 3 बेटे कांतिलाल, रसिकलाल और शांतिलाल।  कम उम्र में ही रसिकलाल और शांतिलाल की मृत्यु हो गई।  हरिलाल के 4 पोते-पोतियां थीं।


महात्मा गांधी की पुस्तकों के नाम


गांधी की 9 पुस्तकों में शामिल हैं: एक्सपेरिमेंट्स या ऑटोबायोग्राफी ऑफ ट्रुथ, माई लाइफ स्टोरी, रामनाम, इंडिया ऑफ माई ड्रीम्स, ब्रीफ ऑटोबायोग्राफी, हिस्ट्री ऑफ द सत्याग्रह ऑफ साउथ अफ्रीका, गीता बोध, बापू की शिक्षाएं, हिंद स्वराज


महात्मा जी ने हमारे लिए क्या किया?


महात्मा गांधी के प्रयासों से नोआखली में शांति स्थापित हुई।  अपने शांति मिशन की सफलता पर लार्ड माउंटबेटन ने 26 अगस्त 1947 को उन्हें एक पत्र लिखकर उनकी प्रशंसा की और कहा..

इंटरनेट शॉर्ट क्वेश्चन क्या है?


गांधी जयंती (gandhi jayanti)

गांधी जयंती भारत में हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है। यह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री महात्मा गांधी को याद करने के लिए मनाया जाता है। महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता के लिए अपनी जान दी थी। उनके अद्भुत दीर्घ जीवन में उन्होंने अनेक अहिंसा, सत्याग्रह और सामंतवाद के सिद्धांतों पर जोर दिया था। गांधी जयंती देश भर में उत्साह और सम्मान के साथ मनाई जाती है, जिसमें लोग उन्हें याद करते हैं और उनकी यादों को धारण करते हैं।

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हाँ, आपकी जानकारी सही है। 2 अक्टूबर भारत में महात्मा गांधी की जयंती के रूप में मनाई जाती है। यह एक राष्ट्रीय अवकाश भी होता है, जिसे भारत के अलग-अलग राज्यों में उत्साह से मनाया जाता है। इस दिन, लोग उन्हें याद करते हैं और उनके संदेशों को फैलाने का भी प्रयास करते हैं। स्कूल और कॉलेजों में भी इस अवसर पर कई प्रतियोगिताएं और कार्यक्रम होते हैं जो गांधीजी के जीवन और संदेशों से जुड़े होते हैं।


गांधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं


धन्यवाद! गांधी जयंती के अवसर पर शुभकामनाओं के लिए आपका धन्यवाद। महात्मा गांधी जी के संदेशों को फैलाने का एक बहुत अच्छा तरीका है इस दिन के अवसर पर उन्हें याद करना। मैं आपके लिए भी गांधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं भेजता हूं। आशा करता हूं कि आप इस दिन को गांधीजी के संदेशों को अपनाकर और उनकी यादों को धारण करते हुए मनाएंगे।

महात्मा गांधी जयंती


महात्मा गांधी जयंती भारत में हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है। यह भारत के राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है जो गांधीजी की जयंती के रूप में मनाई जाती है। यह दिन महात्मा गांधी के जीवन और संदेशों को याद करने के लिए समर्पित होता है। इस दिन लोग उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनकी यादों को संजोने का प्रयास करते हैं। स्कूलों और कॉलेजों में भी इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं और कार्यक्रम होते हैं जो गांधीजी के संदेशों को फैलाने के लिए होते हैं।

गांधी जयंती पर निबंध


गांधी जयंती भारत में हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है। यह एक राष्ट्रीय उत्सव है जो महात्मा गांधी को समर्पित है। महात्मा गांधी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक महान नेता थे जिन्होंने अपनी असाधारण विचारधारा और अनूठी व्यक्तिगतता के माध्यम से हमेशा लोगों के दिलों में जगह बनाई। इसलिए, गांधी जयंती के दिन हम उन्हें समर्थन देते हैं और उनकी यादों को याद करते हैं।

महात्मा गांधी ने अपने जीवन में सत्याग्रह, अहिंसा, समझौता और एकता जैसे मूल्यों को अपनाया। उन्होंने भारत की आजादी के लिए संघर्ष किया और भारत को स्वतंत्रता दिलाने में बहुत अहम भूमिका निभाई। उनका सत्याग्रह अभियान, जिसमें वे अंग्रेजों के खिलाफ अहिंसा के माध्यम से संघर्ष करते थे, न केवल भारत में बल्कि विश्वभर में एक ऐतिहासिक घटना बन गया।

गांधी जयंती पर हमें महात्मा गांधी के उपदेशों को याद करने की आवश्यकता है। 

गांधी जयंती पर कविता


जग में खुशहाली के संदेश देते, थे वो एक दिव्य पुरुष, महात्मा गांधी थे।

अहिंसा के पुजारी थे वो स्वयं, सत्य और अधिकार का उन्होंने किया नाम।

विचारों का जोहर से थे वो लेखनी, अंधकार में रोशनी का दिया थे वो ज्ञान।

जीवन के हर पहलू में थे वो सहारा, दीवारों को छूने वाले थे उनके प्यारे हाथ।

मानवता के हित में दिया था उन्होंने संघर्ष, अशांति से जंग करते थे वो जीत के साथ।

हर बात में दिखते थे वो आदर्श, कायरता का साथी नहीं थे वो कभी।

उन्होंने दिखाया राह जिसमें आनंद है, आज भी गांधी के संदेश लेकर चलते हैं हम।

अहिंसा और सत्य पर जो लगा रहे हैं हम, वो गांधी जैसा बनकर ही जियेंगे हम।

गांधी जयंती पर ये संदेश देते हैं हम, हम सदा याद रखेंगे उनके नाम।


गांधी जयंती पर निबंध हिंदी में


गांधी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है। यह दिन महात्मा गांधी की जयंती होती है जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत थे। उन्होंने अपने जीवन के संघर्षों से भारत को स्वतंत्र बनाने का संदेश दिया। इस दिन के अवसर पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और लोग उन्हें याद करते हैं।

महात्मा गांधी एक ऐसे नेता थे जो सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। उन्होंने सत्य के मार्ग पर अपने जीवन के सारे संघर्ष किए थे और उनका संघर्ष बड़े स्तर पर भारत के स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ।

गांधी जयंती को भारत में एक राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न स्कूलों और संस्थाओं में गांधी जी के जीवन के बारे में बताया जाता है और उनके द्वारा बताए गए संदेशों पर चर्चा की जाती है।

इस दिन को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

गांधी जयंती पर 10 लाइन


गांधी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है।

यह दिन महात्मा गांधी की जयंती होती है।

उन्होंने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर अपने जीवन के संघर्ष किए थे।

गांधी जी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत थे।

इस दिन के अवसर पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

गांधी जी के संदेश जैसे सत्य, अहिंसा और स्वदेशी देशभक्ति को लोग आज भी अपनाते हैं।

इस दिन को भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।

गांधी जी द्वारा शुरू किए गए सत्याग्रह आज भी एक महत्वपूर्ण आंदोलन के रूप में जाना जाता है।

गांधी जयंती को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

इस दिन के अवसर पर लोग अपने आसपास की सफाई और वातावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर ध्यान देते हैं।


poem गांधी जयंती पर कविता


सत्य और अहिंसा के प्रणेता, एक महान स्वतंत्रता सेनानी, हमेशा उनकी यादों में होती है दीवानी।

वे थे एक महान संत, जिन्होंने दी हमें स्वतंत्रता की आज़ादी, उनके बिना न था होता ऐसा इतिहास आज की भारतीय देश में।

हमें उनसे सीखना है बहुत कुछ, सत्य, अहिंसा, और संयम जैसे मुख्य गुण, वे थे हमारे देश के महान सुर।

उनके संदेश आज भी हमें मिलते हैं जीवन के हर मोड़ पर, उन्होंने हमेशा उपदेश दिए हमें सच्चाई का रास्ता दिखाने के लिए, उनकी यादों से हमें मिलती है अमर शक्ति और ऊर्जा हर दिन।

आओ मिलकर उन्हें याद करें इस गांधी जयंती पर, उनके संदेशों को अपनाकर देश को बनाएं स्वर्णिम भारतीय संस्कृति का निश्चित अधिकार।

गांधी जी थे हमारे देश के महान सम्राट, उनकी यादों से जीती है हमारी आत्मा हर समय।

गांधी जयंती जीवन परिचय


महात्मा गांधी भारत के एक महान राजनेता, स्वतंत्रता सेनानी, संत और समाजसेवी थे। वह एक महान विचारक थे जिन्होंने अनेक सोचों और आंदोलनों के माध्यम से भारत को आजाद कराया। उन्हें जनता के बीच आंदोलन का जनक कहा जाता है।

मोहनदास करमचंद गांधी 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर में एक सामान्य परिवार में जन्मे थे। उनके पिता करमचंद गांधी एक दीवान थे जो जूनागढ़ के राजा के सेवा में थे। उन्होंने स्कूली शिक्षा प्राप्त की और बाद में ब्रिटिश सम्राट कॉलेज, लंदन से न्याय शास्त्र की पढ़ाई की।

गांधी ने लंदन में अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण फैसला लिया जब वह वकील की नौकरी छोड़कर सनातन धर्म में रूचि लिए और भारत लौटने का निर्णय लिया।

भारत में वापसी के बाद, गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ जुड़कर देश की आजादी के लिए संगठित आंदोलन चलाया। उन्होंने असहिष्णुता, विविधता और स्वतंत्रता के लिए एक न एक कार्य किये.

2 अक्टूबर गांधी जयंती पर निबंध


2 अक्टूबर को गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है जो महात्मा गांधी के जन्मदिन पर होता है। यह एक राष्ट्रीय उत्सव है जो भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। यह एक ऐसा दिन है जब भारत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के रूप में उन्हें याद किया जाता है और उनके जीवन और संदेशों को याद किया जाता है।

महात्मा गांधी एक महान स्वतंत्रता सेनानी, संत और समाजसेवी थे। उन्होंने अनेक सोचों और आंदोलनों के माध्यम से भारत को आजाद कराया। उन्हें जनता के बीच आंदोलन का जनक कहा जाता है। गांधी जी के जीवन से हम सीखते हैं कि न तो हमें अपने जीवन को सुखी बनाना है न ही अपने द्वारा कुछ प्राप्त करना है बल्कि हमारा मुख्य उद्देश्य होना चाहिए अपने समाज के लिए उनके लिए जो सबसे नीचे होते हैं और उनकी मदद करना होता है।

इस दिन को मनाकर हम सब गांधी जी की जीवन-गाथा, उनकी विचारधारा और उनके संदेशों के बारे में जानते है


गांधी जयंती क्यों मनाई जाती है


गांधी जयंती 2 अक्टूबर को मनाई जाती है क्योंकि यह महात्मा गांधी के जन्मदिन पर मनाया जाता है। महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत थे और उनके संघर्ष के बल पर भारत आजाद हुआ। उनका जीवन और उनके संदेश हमें स्वतंत्रता, अहिंसा, संघर्ष के महत्व और समाजसेवा के लिए जीवन-दान जैसी बहुमूल्य शिक्षाएं देते हैं।

गांधी जयंती को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया जाता है जो भारत के लोगों के बीच गांधी जी के संदेशों को याद करने और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का एक अवसर प्रदान करता है। इस दिन के अवसर पर लोग गांधी जी की आराधना करते हैं और उनके संदेशों को जीवन में अपनाने के बारे में सोचते हैं। इस दिन को भारत और दुनिया भर में गांधी जी के विचारों को याद करने और समझने का एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है।


खुश गांधी जयंती (happy gandhi jayanti)


महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महानायक थे जिन्होंने अपने विश्वासों और अहिंसा के सिद्धांतों के माध्यम से देश को स्वतंत्रता प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी जन्मजयंती को हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है।

आपका उत्साह देखकर पता चलता है कि आप इस अद्भुत महापुरुष के जीवन और कार्य के प्रति उत्सुक होंगे। हम सभी को इस अवसर पर गांधी जी के जीवन को याद करना चाहिए और उनके सिद्धांतों को अपनाकर एक बेहतर दुनिया की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा लेनी चाहिए। जय हिंद!


 गांधी जयंती ड्राइंग  (gandhi jayanti drawing)


सुनहरे अंगूठों, पतले होंठों और सादगी भरे चेहरे से चित्रित भारत के महानायक महात्मा गांधी को ड्राइंग करना एक बहुत ही मजेदार काम हो सकता है।

इसके लिए, आप सामान्य ब्राउन पेपर का उपयोग कर सकते हैं। सबसे पहले, आप एक आदर्श चित्र ढूंढें जो गांधीजी के चेहरे को सही ढंग से दिखाता हो। इसके बाद, आप उस चित्र को देखते हुए उनके चेहरे की आकृति और विविध विवरणों को बनाने के लिए दूसरे स्केच या चित्र बना सकते हैं। यह आपके स्केच बनाने के कौशल पर भी निर्भर करेगा।

आप भी कलम और स्केच पेपर का उपयोग करके गांधीजी के चेहरे को ड्राइंग कर सकते हैं। उनकी विस्तृत और सुनिश्चित आकृति के साथ आराम से शुरू करें और उनके चेहरे की विभिन्न विवरणों को धीरे-धीरे जोड़ते जाएं। यदि आप नए हैं तो आप उनकी छवि को प्रिंट करके उसको स्केच पेपर के ऊपर रख सकते हैं और उसे बनाने के लिए उसे कॉपी कर सकते हैं।

अंत में, आप अपनी गांधी जयं

गांधी जयंती भाषण (gandhi jayanti speech,speech on gandhi jayanti )


प्रिय साथियों,

आज हम सभी मिलकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मना रहे हैं। यह एक विशेष अवसर है जब हम अपने देश के सबसे महान व्यक्तित्व को याद करते हैं जो हमें एक संघर्ष की लड़ाई में अपनी स्वतंत्रता दिलाने के लिए समर्पित थे।

महात्मा गांधी दुनिया के इतिहास में एक अद्भुत व्यक्तित्व हैं। उन्होंने अपने जीवन के दौरान एक उत्तम उदाहरण स्थापित किया है कि कैसे आप अपने जीवन को एक समानता, अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलाने के लिए उपयोग कर सकते हैं।

उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने अनेक असामान्य विचारों को व्यक्त किया जो भारत को स्वतंत्रता दिलाने में मदद करने में मदद करते थे। उन्होंने अहिंसा, सत्य, समानता, स्वच्छता और आत्मनिर्भरता जैसी महत्वपूर्ण मूल्यों की प्रोत्साहना की।

गांधीजी के विचारों ने हमें यह बताया है कि एक अधिकृत व्यक्ति के रूप में हमें देश के विकास के लिए एक सकारात्मक योगदान रहा है.


महात्मा गांधी जयंती (mahatma gandhi jayanti)


आज हम सभी मिलकर महात्मा गांधी जयंती मना रहे हैं। यह एक विशेष अवसर है जब हम एक महान व्यक्तित्व को याद करते हैं जिसने अपने जीवन को देश की स्वतंत्रता और अहिंसा के मार्ग पर समर्पित कर दिया।

महात्मा गांधी एक ऐसे महापुरुष थे जो अपने समय के लिए अनेक उत्तम विचार और तत्वों का प्रतिनिधित्व करते थे। वे आंदोलन, अहिंसा, सत्य, स्वावलंबन, स्वच्छता और समानता जैसी महत्वपूर्ण मूल्यों की प्रोत्साहना करते थे।

उनकी अहिंसा के सिद्धांत ने उन्हें एक दर्शनात्मक व्यक्तित्व बनाया। उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अहिंसा के मार्ग का पालन किया और देश को स्वतंत्रता दिलाने में मदद की।

महात्मा गांधी के संदेश आज भी अपनी जगह बनाए हुए हैं। उनकी बातें हमें यह बताती हैं कि एक सशक्त राष्ट्र उसकी जनता से बनता है। हमें एक उद्यमी भारत का निर्माण करना होगा जो स्वावलंबी होगा और अपने महान विचारों से प्रेरित होगा।


गांधी जयंती 2021 (gandhi jayanti 2021)


महात्मा गांधी जयंती 2021 का दिन 2 अक्टूबर, 2021 होगा। यह भारतीय उपमहाद्वीप में एक राष्ट्रीय अवकाश दिवस है जो भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। यह दिन महात्मा गांधी के जन्मदिन पर मनाया जाता है जो 2 अक्टूबर, 1869 को हुआ था।

यह दिन भारत और दुनिया भर में महात्मा गांधी के जीवन और उनके निष्ठावानता, अहिंसा और सत्याग्रह के मूल्यों को याद करने का अवसर होता है। भारत सरकार द्वारा इस अवसर पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जो महात्मा गांधी की याद में होते हैं।

इस दिन के अवसर पर, लोग अपने समाज और देश के लिए अहिंसा और सत्याग्रह के मूल्यों को समझने और उन्हें अपनाने के बारे में भी सोचते हैं। इस दिन को स्कूलों, कॉलेजों, संस्थानों और सरकारी दफ्तरों में खास तौर पर ध्यान दिया जाता है।

इस साल के अवसर पर, हम सभी को महात्मा गांधी के मूल्यों को समझने और उन्हें अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए।


सरल गांधी जयंती ड्राइंग(simple gandhi jayanti drawing)


ठीक है, मैं गांधी जयंती के लिए एक सरल ड्राइंग का विवरण दे रहा हूँ।

जरूरत के उपयोग के लिए आप एक पानी के साथ एक पेंसिल या क्रेयॉन का उपयोग कर सकते हैं।

आइए जानते हैं कि गांधी जयंती के लिए ड्राइंग कैसे बनाया जाता है:

शुरूआत में, आप एक वृत्त बनाएं जो आपके कागज़ के बीच में होगा। इसे आप गांधी जी के चश्मे के लिए उपयोग करेंगे।

उसके ऊपर एक लंबा वृत्त बनाएं जो चश्मे के ऊपर स्थान बनाने के लिए रहेगा।

अब आप एक लम्बा बांध के साथ दायीं ओर उपरी ओर एक लंबा लकीर बनाएं। यह गांधी जी के बालों के लिए होगा।

इसके बाद, आप एक छोटी लकीर के साथ बाएं ओर उपरी ओर दूसरी बाल के लिए एक लकीर बनाएं।

आप एक छोटे चोटे वृत्त बनाएं जो गांधी जी के नाक के लिए होगा।

इसके ऊपर एक लंबा बांध बनाएं जो उनके अंतर्महावर को दर्शाता है।

अंत में, आप एक सीधी लकीर बनाएं जो गांधी जी हाथ होगा.

 बच्चों के लिए गांधी जयंती चित्र (gandhi jayanti drawing for kids)


क्या आपको एक बच्चों के लिए गांधी जयंती पर चित्र चाहिए है? मैं आपकी मदद कर सकता हूँ।

(Translation: Do you need a picture for Gandhi Jayanti for children? I can help you with that.)


गांधी जयंती की ड्राइंग  (drawing gandhi jayanti)


जयंती के अवसर पर गांधी जी की ड्राइंग बनाना एक शानदार विचार है। इससे हम उनके समर्थन में अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं और उनके जीवन और दर्शन को समझ सकते हैं।

यदि आप गांधी जयंती की ड्राइंग बनाना चाहते हैं, तो आप इस प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं:

सबसे पहले आप अपनी ड्राइंग के लिए कुछ सुंदर रंग चुन सकते हैं। आप गांधी जी के पसंदीदा रंग जैसे कि खड़ी और चरखा जैसे संकेत या फिर भारतीय झंडे के रंग चुन सकते हैं।

अब आप एक सुंदर सी चित्रकारी कागज़ लें जिसमें आप अपनी ड्राइंग बनाना चाहते हैं। आप एक छोटे से उत्तर-दक्षिण और पश्चिम-उत्तर रेखाएं बना सकते हैं ताकि आप अपनी ड्राइंग को सीमित कर सकें।

अब आप एक पेंसिल लें और एक सरल स्केच बनाएं। आप गांधी जी की फोटो से प्रेरणा ले सकते हैं और उनके चेहरे को स्केच कर सकते हैं। यदि आप अपनी ड्राइंग में उनकी प्रशंसा करना चाहते हैं,


gandhi jayanti speech in hindi


प्रिय सभी,

आज हम सब मिलकर गांधी जयंती मनाते हैं। यह एक वह दिन है जब हम सभी एक साथ आकर उन्हें याद करते हैं जिन्होंने देश के स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया।

महात्मा गांधी भारत के एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने हमेशा सत्य, अहिंसा और अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी। वे अपनी जान की भी परवाह किए बिना देश को स्वतंत्र कराने के लिए संघर्ष किया।

गांधी जी ने हमें एक अहिंसावादी और सत्यवादी सोच का विरासत दिया है। उन्होंने हमें यह सिखाया कि जीत हमेशा सत्य की होती है, न कि हिंसा और अन्याय की।

उन्होंने भारत को स्वतंत्र बनाने के लिए जो संघर्ष किया था, वह हमारे लिए एक बड़ा सबक है। हमें भी अपने जीवन में सत्य के लिए लड़ना चाहिए और हमेशा अहिंसा का पालन करना चाहिए।

आज हम इस अवसर पर गांधी जी को याद करते हुए उनके संदेश को फिर से जागृत करते हैं। हम सभी को इस संघर्ष में शामिल होना चाहिए ताकि हमारे देश में सत्य का महोल बरकरार रहें .


गांधी जयंती उद्धरण (gandhi jayanti quotes)


"खुद वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।"  - महात्मा गांधी

 "कमजोर कभी माफ नहीं कर सकता। क्षमा मजबूत का गुण है।"  - महात्मा गांधी

 "आंख के बदले आंख से पूरी दुनिया अंधी हो जाएगी।"  - महात्मा गांधी

 "ताकत शारीरिक क्षमता से नहीं आती। यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है।"  - महात्मा गांधी

 "हम जो करते हैं और जो हम करने में सक्षम हैं, उसके बीच का अंतर दुनिया की अधिकांश समस्याओं को हल करने के लिए पर्याप्त होगा।"  - महात्मा गांधी

 "खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप खुद को दूसरों की सेवा में खो दें।"  - महात्मा गांधी

 "स्वतंत्रता होने के लायक नहीं है अगर इसमें गलतियाँ करने की स्वतंत्रता शामिल नहीं है।"  - महात्मा गांधी

 "किसी राष्ट्र की महानता का अंदाजा उसके जानवरों के साथ किए जाने वाले व्यवहार से लगाया जा सकता है।"  - महात्मा गांधी

 "खुशी तब है जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सामंजस्य में हों।"  - महात्मा गांधी

 "पहले वो आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर वो आपका उपहास करेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे और फिर आप जीत जायेंगे।"  - महात्मा गांधी

हैप्पी गांधी जयंती 2021 (happy gandhi jayanti 2021)


भारत में गांधी जयंती 2 अक्टूबर को मनाई जाती है जब महात्मा गांधी का जन्म दिवस मनाया जाता है। हालांकि, मैं आपको 2021 के लिए एक खुश गांधी जयंती की शुभकामनाएं देना चाहूंगा, भले ही वह पहले हो चुकी हो। गांधीजी के अध्यात्मिक तत्वों, अहिंसा, सत्य और सरलता के सिद्धांतों को पूरी दुनिया में लोग आज भी प्रेरणा मानते हैं और हम अपने दैनिक जीवन में इन मूल्यों का अभ्यास करके उनकी विरासत को सम्मानित कर सकते हैं।

gandhi jayanti in hindi


गांधी जयंती भारत में हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है। यह महात्मा गांधी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है जो राष्ट्र के पिता के रूप में जाने जाते हैं। इस दिन भारत भर में धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दिन लोग गांधीजी के अध्यात्मिक तत्वों, अहिंसा, सत्य और सरलता के सिद्धांतों को समझने और अपने जीवन में उन्हें अपनाने का संकल्प लेते हैं।

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